Namo Laxmi Yojana 2024 Gujarat – इस योजना का बजट फरवरी में गुजरात सरकार द्वारा किया गया था श्री कनुभाई देसाई द्वारा कक्षा, 9 से 12 तक पढ़ने वाली लड़कियों के लिए गुजरात सरकार 50000 रुपये की सहायता प्रदान करेगी।
आईये इस आर्टिकल के माध्यम से विस्तार से जानते हैं कि Namo Laxmi Yojana क्या है? और इस योजना की आवेदन प्रक्रिया क्या है? और इस योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज, पात्रता क्या है ?
Namo Laxmi Yojana Key Point
योजना किस नाम से | नमो लक्ष्मी योजना |
योजना की शुरुआत किसने की? | गुजरात सरकार ने |
योजना कब शुरू हुआ? | फरवरी 2024 में |
लाभ | 9वीं से 12 वीं कक्षा तक की छात्राओं को 50000 रुपये की छात्रवृति |
लाभार्थी | गुजरात की 9वीं और 12वीं की छात्राएँ |
आधिकारिक वेबसाइट | https://gujaratindia.gov.in/ |
नमो लक्ष्मी योजना उदेश्य क्या है ?
गुजरात सरकार द्वारा शुरू की गई नमो लक्ष्मी योजना फरवरी 2024, में उनका खास मकसद लड़कियों को पढ़ाई के लिए प्रोत्साहित करना था। माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक स्कूलों में पढने वाली आर्थिक रूप से कमजोर 9वीं से 12वीं कक्षा की लड़कियों को वित्तीय सहायता प्रदान करना है | जिससे की वित्तीय परेशानियों के कारण स्कूल छोड़ने वाली छात्राओं की संख्या में कमी आ सकेगी | और शिक्षा और स्वास्थ्य की स्तिथि में सुधार आएगा |
नमो लक्ष्मी योजना से कौन लाभ उठा सकता है ?
- इस योजना में आवेदक छात्रा गुजरात की मूल निवासी होनी चाहिए |
- Namo Laxmi Yojana 2024 Gujarat के लिए आवेदिका के परिवार की वार्षिक आय 2 लाख रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए |
- इस योजना में आवेदन करने वाली छात्रा की उम्र 13 से 18 वर्ष के बीच की होनी चाहिए |
नमो लक्ष्मी योजना 2024 के लिए जरुरी दस्तावेज
- छात्र का आधार कार्ड
- माँ का आधार कार्ड
- आय प्रमाण पत्र
- छात्र का वरना माँ का बैंक पासबुक
- पासपोर्ट साइज़ फोटो
- मोबाइल नंबर
- ईमेल
FAQ
नमो लक्ष्मी योजना गुजरात क्या है ?
नमो लक्ष्मी योजना 2024 गुजरात सरकार द्वारा शुरू की गयी है | इस योजना के तहत राज्य की आर्थिक रूप से कमजोर माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में पढ़ने वाली 9 वीं से 12 वीं कक्षा तक की छात्राओं को 50000 रुपये की सहायता दी जायेगी |
नमो लक्ष्मी योजना का उदेश्य क्या है ?
नमो लक्ष्मी योजना का प्रमुख उदेश्य गुजरात राज्य के माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक स्कूलों में पढने वाली आर्थिक रूप से कमजोर 9वीं से 12वीं कक्षा की लड़कियों को वित्तीय सहायता प्रदान करना है | जिससे की वित्तीय परेशानियों के कारण स्कूल छोड़ने वाली छात्राओं की संख्या में कमी आ सकेगी |